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🚩🪴पाक विधि 🪴🚩 अक्खा मसूर रेसिपी/ Akkha masur recipe in hindi अक्खा मसूर रेसिपी बहोत हेल्दी और टेस्टी रेसिपी हैं। अक्खा मसूर रेसिपी को लंच और डिनर में कभी भी बनाकर खा सकते हैं। अक्खा मसूर रेसिपी महाराष्ट्र की फेमस रेसिपी हैं। और भी कई जगहों पर अक्खा मसूर रेसिपी आसानी से बानाते है। कोल्हापुर की फेमस रेसिपी हैं ये अक्खा मसूर रेसिपी।अक्खा मसूर रेसीपी बनाना बहोत ही आसान है। हर कोई इस रेसिपी को अपने अपने स्टाईल में बनाता हैं। अक्खा मसूर रेसिपी को प्याज ,तमाटर, गरम् मसाला, लाल मिर्च पावडर इन मसालों के साथ मिलकर बनाया जाता हैं। अक्खा मसूर रेसिपी को हम रोटी, चपाती, पराठा और राईस किसी के भी साथ खा सकते है। अक्खा मसूर रेसिपी/ Akkha masur recipe अक्खा मसूर रेसिपी बनाने के लिए सामग्री/ Akkha masur recipe ingredients सामग्री..... 1 कप अक्खा मसूर 2 बड़े चम्मच तेल 2 मीडियम प्याज बारीक कटी हुई 2 टमाटर बारीक कटे हुए 1 टीस्पून अदरक और लहसन का पेस्ट 2 टीस्पून लाल मिर्च पावडर 1 टीस्पून गरम् मसाला 1 टीस्पून धनियां पावडर 1 टीस्पून हल्दी पावडर नमक स्वादके अनुसार पानी हरा धनियां बारीक कटा हुआ अक्खा मसूर रेसिपी/ Akkha masur recipe अक्खा मसूर रेसिपी बनाने का तरीका/ Akkha masur recipe तरीका.... सबसे पहले अक्खा मसूर को 2 बार अच्छे पानी से धो ले।अब अक्खा मसूर को एक बरतन में 2 घन्टे के लिए भीगने के लिए छोड़ दे। अब गैस ऑन कर एक कढ़ाई रख लें। कढाई में तेल डाल दे। तेल को मीडियम गरम् कर ले। तेल में प्याज डाल दे। प्याज को हल्का ब्राउन फ़्राय कर ले। प्याज को फ़्राय कर ने के बाद उसमे टमाटर डाल दे। अब टमाटर को सॉफ्ट होने तक पका लें। अब इसमें हल्दी पावडर, लाल मिर्च पावडर और धनियां पावडर डाल दे। अब इन मसालों को अच्छा भून लें। मसाले अच्छे भून जाने के बाद उसमे अदरक और लहसन का पेस्ट डाल दे। अब अदरक और लहसन के पेस्ट को 2 मिनट के लिए मसालों ले साथ अच्छा भून लें। अब इन मसालों में भीगा हुआ अक्खा मसूर डाल दे। अक्खा मसूर को मसालों के साथ 2 मिनट के लिए भून लें। अब अक्खा मसूर में 2 कप पानी डाल दे। स्वाद के अनुसार नमक डाले, और ऊपर से हरा धनिया डाल कर स्लो आंच पर 10 मिनट के लिए ढक्कन ढककर पकने दे। बीच बीच मे चम्मच से मिक्स करते रहिए। अब 10 मिनट के बाद ढक्कन हटाकर देख ले। ऊपर से हरा धनिया गार्निशिंग के लिए डाल दे। अक्खा मसूर रेसिपी/ Akkha masur recipe तैयार है अक्खा मसूर रेसिपी। इसके ऊपर घी या बटर भी डाल कर खा सकते हैं। रोटी , चपाती, नान, जीरा राईस, प्लेन राईस आदि के साथ भी खा सकते है। अक्खा मसूर खाने में बहोत ही टेस्टी लगता हैं। और बहोत ही हेल्दी रेसिपी हैं। इसे लंच और डिनर में कभी भी बनाकर खा सकते हैं। वनिता कासनियां पंजाब द्वारा

  🚩🪴पाक विधि 🪴🚩   अक्खा मसूर रेसिपी/ Akkha masur recipe in hindi अक्खा मसूर रेसिपी  बहोत हेल्दी और टेस्टी रेसिपी हैं। अक्खा मसूर रेसिपी को लंच और डिनर में कभी भी बनाकर खा सकते हैं।  अक्खा मसूर रेसिपी  महाराष्ट्र की फेमस रेसिपी हैं। और भी कई जगहों पर अक्खा मसूर रेसिपी आसानी से बानाते है। कोल्हापुर की फेमस रेसिपी हैं ये  अक्खा मसूर रेसिपी।अक्खा मसूर रेसीपी बनाना बहोत ही आसान है। हर कोई इस रेसिपी को अपने अपने स्टाईल में बनाता हैं। अक्खा मसूर रेसिपी को  प्याज ,तमाटर, गरम् मसाला, लाल मिर्च पावडर इन मसालों के साथ मिलकर बनाया जाता हैं। अक्खा मसूर रेसिपी को हम रोटी, चपाती, पराठा और राईस किसी के भी साथ खा सकते है। अक्खा मसूर रेसिपी/ Akkha masur recipe अक्खा मसूर रेसिपी बनाने के लिए सामग्री/ Akkha masur recipe ingredients सामग्री..... 1 कप अक्खा मसूर 2 बड़े चम्मच तेल 2 मीडियम प्याज बारीक कटी हुई 2 टमाटर बारीक कटे हुए 1 टीस्पून अदरक और लहसन का पेस्ट 2 टीस्पून लाल मिर्च पावडर 1 टीस्पून गरम् मसाला 1 टीस्पून धनियां पावडर 1 टीस्पून हल्दी पावडर नमक स्वादके अनुसार प...

शुभ दीपावली ,जी ! जिस प्रकार 14 साल की कड़ी तपस्या और वनवास के बाद आज के दिन मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री रामचंद्र जी ,भगवती मां सीता और भगवान लक्ष्मण जी अपने परिवार और अयोध्यापुरी में वापस लौटे थे , उसी प्रकार आपके जीवन में भी आज एक नया सवेरा हो और आपके सब दुख संताप परेशानियां समाप्त होकर आज से सुख शांति समृद्धि स्थायित्व और आपसी स्नेह प्रेम विश्वास से भरा हुआ जीवन प्रारंभ हो । आपको पावन पर्व दीपावली की कोटि-कोटि शुभकामनाएं !🪔एक दीपक देश के रक्षक और शहीद सैनिकों के नाम 🪔 🪔।। इस दीपावली हमारी सुरक्षा के लिए सीमा पर तैनात और शहीद हुए हमारे सैनिक भाई बहनों के नाम एक दीपक🪔 अवश्य प्रज्वलित करें, क्योंकि वो सीमा पर तैनात है तो हमारी दीपावली सुरक्षित हैं। उनके त्याग और बलिदान से ही हम घरों में सुरक्षित निश्चिंत होकर त्यौहार मना रहे हैं।।🪔 🙏🇮🇳जय हिंद🙏🇮🇳 🪔 ll शुभ दीपावली ll🪔 आपको सपरिवार दीपावली की हार्दिक शुभकामनाओं के साथ प्रकाश व प्रसन्नता के पर्व दीपावली पर बहुत-बहुत मंगलकामनाएं। धन, वैभव, यश, ऐश्वर्य के साथ दीपावली पर माँ महालक्ष्मी आपकी सुख सम्पन्नता, स्वास्थ्य व हर्षोल्लास में वृद्धि करें, इन्हीं शुभेच्छाओं के साथ। 🌹🍫🪔||शुभ दीपावली||🪔🍫🌹 🌹🍧🪔सुमन चौधरी🪔🍧🌹 🙏🏻 पूरे #विश्व मे शांति बनी रहे... 🛕🪔 *दीप जले, फूल खिले प्रतिदिन आपको नई #खुशियां मिले....* *#दीवाली के इस पावन पर्व के अवसर पर आपको लक्ष्मी गणेश जी का आशीर्वाद मिले।* 🙏🏻 आपको व आपके #परिवार को *मेरे और मेरे पूरे परिवार की और हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई।* #शुभ_दीपावली ! #देश की #संस्कृति, सभ्यता एवं #परंपराओं को मजबूती प्रदान करने के लिए संकल्प में भागीदार बनें। #ShubhDeepawali #HappyDiwali 🙏🏻🚩🇮🇳 #बाल #वनिता #महिला #वृद्ध #आश्रम

 शुभ दीपावली जी ! जिस प्रकार 14 साल की कड़ी तपस्या और वनवास के बाद आज के दिन मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री रामचंद्र जी ,भगवती मां सीता और भगवान लक्ष्मण जी अपने परिवार और अयोध्यापुरी में वापस लौटे थे , उसी प्रकार आपके जीवन में भी आज एक नया सवेरा हो और आपके सब दुख संताप परेशानियां समाप्त होकर आज से सुख शांति समृद्धि स्थायित्व और आपसी स्नेह प्रेम विश्वास से भरा हुआ जीवन प्रारंभ हो । आपको पावन पर्व दीपावली की कोटि-कोटि शुभकामनाएं !🪔एक दीपक देश के रक्षक और शहीद सैनिकों के नाम 🪔 🪔।। इस दीपावली हमारी सुरक्षा के लिए सीमा पर तैनात और शहीद हुए हमारे सैनिक भाई बहनों के नाम एक दीपक🪔 अवश्य प्रज्वलित करें, क्योंकि वो सीमा पर तैनात है तो हमारी दीपावली सुरक्षित हैं। उनके त्याग और बलिदान से ही हम घरों में सुरक्षित निश्चिंत होकर त्यौहार मना रहे हैं।।🪔  🙏🇮🇳जय हिंद🙏🇮🇳               🪔 ll शुभ  दीपावली ll🪔      आपको सपरिवार दीपावली की हार्दिक शुभकामनाओं के साथ प्रकाश व प्रसन्नता के पर्व  दीपावली पर बहुत-बहुत मंगलकामनाएं। धन, वै...

🙏🏻 पूरे #विश्व मे शांति बनी रहे... 🛕🪔 *दीप जले, फूल खिले प्रतिदिन आपको नई #खुशियां मिले....* *#दीवाली के इस पावन पर्व के अवसर पर आपको लक्ष्मी गणेश जी का आशीर्वाद मिले।* 🙏🏻 आपको व आपके #परिवार को *मेरे और मेरे पूरे परिवार की और हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई।* #शुभ_दीपावली ! #देश की #संस्कृति, सभ्यता एवं #परंपराओं को मजबूती प्रदान करने के लिए संकल्प में भागीदार बनें। #ShubhDeepawali #HappyDiwali 🙏🏻🚩🇮🇳 #बाल #वनिता #महिला #वृद्ध #आश्रम

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अपने दिमाग को कैसे बढ़ाएं ? दिमाग को अधिक विकसित करने के कूछ तरीके 1- अपनी खोपड़ी में से कभी भी भूलकर सफेद बालों को नही उखाड़ना चाहिए। वनिता कासनियां पंजाब द्वारा Note- अपनी खोपड़ी में से बाल इसलिए नही उखाड़ने चाहिए क्योंकि जब हम अपनी खोपड़ी में से बालों को उखाड़ते हैं तो दिमाग की नशे सिकुड़ जाती है।जो कि हमारे दिमाग के लिए अच्छा नहीं है। 2- दिन में 4 या 5 बार अपने दूसरे हाथ से लिखने की कोशिश करें। Note-; दिन में अपने दूसरे हाथ से लिखने की कोशिश इसलिए करें, जब हम अपने दूसरे हाथ से लिखेंगे तो उस समय हमारे दिमाग के पास अलग सकेंत जाएगा क्योंकि यह काम हमारी दिनचर्या से अलग है तो दिमाग को इस कार्य को समझने के लिए ओर नेरोसेल्स विकसित करने पड़ेंगे जो हमारे दिमाग के लिए बहुत ही अच्छा है। 3- पूरे दिन में एक या दो घंटे किताब को उलटी करके जरूर पढ़ें। Note-; इस तकनीक को अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा भी अपनाते हैं। दिन में एक दो घंटे किताब को उलटी करके की कोशिश जरूर करें, जब हम किताब को उलटी करके पढ़ते हैं तो हमारी एकाग्रता में बहुत तेज विकास होता है। क्योकि उलटी करके पढ़ने के दौरान नए नेरोसेल्स बनने की प्रक्रिया थोड़ी अधिक होती है। 4- रात को नींद पूरी ले। Note-; जो अपने दिमाग से अपनी क्षमता से ज्यादा काम लेते हैं।वो लोग पढ़े लिखे अनपढ़ होते है।क्योंकि वो यह नही जानते हैं कि दिमाग अच्छी तरह से याद जब ही कर पायेगा जब दिमाग को भोजन पूरा मिलेगा।और दिमाग का भोजन होता है।लगभग 7 घण्टे की अच्छी नींद। 5- किताब को बार बार याद करने से अच्छा है।उसको समझ लेना। Note -; इस बात को आप जानते हैं कि याद किया गया। exam में अच्छे अंक तो ला सकते हैं। लेकिन कॉलेज के आपको अपने मन पसंद जॉब नहीं मिल पाएगी। इसलिए विषयों को याद करने की अपेक्षा उनको समझकर याद करो। 6-; दो घंटे लगातार काम करने के बाद,10 मिनट का आराम जरूर ले। Note-; दो घंटे काम करने के बाद या पढ़ने के बाद 15 मिंनट आराम बहुत जरूरी होता है।आप यह कभी भी मत समझना कि 15 मिंनट आराम की बेकार गयी। आराम करने से आपका दिमाग अधिक बड़ेंगा। क्योकिं आराम के दौरान किये गए काम को समझकर ओर अच्छी तरह से काम करेंगा। 7- ; जब दिमाग में अधिक विचार आ रहे हो तो उस समय नही पढ़े।कुछ समय बाद पढ़े। Note-; जिस समय दिमाग में विचार आ रहे हो उस समय नही पढ़े अगर समय आप पढ़ते हो तो उस समय की पढ़ाई बेकार जाएगी।क्योकिं जो आपने पढ़ा है दिमाग उस जानकारी को एकत्रित नही कर पायेगा।फिर आपकी मेहनत बेकार चली जाएगी। क्योंकि उस समय में आपका दिमाग अन्य विचारों में busy था। 8- कार्य कितना भी कठिन हो उस सरल समझकर हल करों। Note-;; मन के हारे हार जाते हैं।मन के जीते जीत जाते हैं।काम कितना भी बड़ा हो उसे सरल समझकर हल करें।ऐसा करने से आपका दिमाग सही तरीके से किसी भी काम मे फैसला ले सकता है। pic from गूगल 9- आज का काम आज ही समाप्त करों। Note-; अगर आप आज के कार्य को आज ही नही समाप्त करते होतो आपका दिमाग आलसी हो सकता है।अगर आपका दिमाग…………..ओर अधिक पढ़े। बाल वनिता महिला वृद्ध आश्रम

  अपने दिमाग को कैसे बढ़ाएं ? दिमाग को अधिक विकसित करने के कूछ तरीके 1-  अपनी खोपड़ी में से कभी भी भूलकर सफेद बालों को नही उखाड़ना चाहिए। वनिता कासनियां पंजाब द्वारा Note - अपनी खोपड़ी में से बाल इसलिए नही उखाड़ने चाहिए क्योंकि जब हम अपनी खोपड़ी में से बालों को उखाड़ते हैं तो दिमाग की नशे सिकुड़ जाती है।जो कि हमारे दिमाग के लिए अच्छा नहीं है। 2- दिन में 4 या 5 बार अपने दूसरे हाथ से लिखने की कोशिश करें। Note -; दिन में अपने दूसरे हाथ से लिखने की कोशिश इसलिए करें, जब हम अपने दूसरे हाथ से लिखेंगे तो उस समय हमारे दिमाग के पास अलग सकेंत जाएगा क्योंकि यह काम हमारी दिनचर्या से अलग है तो दिमाग को इस कार्य को समझने के लिए ओर नेरोसेल्स विकसित करने पड़ेंगे जो हमारे दिमाग के लिए बहुत ही अच्छा है। 3 - पूरे दिन में एक या दो घंटे किताब को उलटी करके जरूर पढ़ें। Note -; इस तकनीक को अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा भी अपनाते हैं। दिन में एक दो घंटे किताब को उलटी करके की कोशिश जरूर करें, जब हम किताब को उलटी करके पढ़ते हैं तो हमारी एकाग्रता में बहुत तेज विकास होता है। क्योकि उलटी करके पढ़ने के दौरान नए नेरो...

वहीं, आज इस #मिठाई की मांग केवल चित्तौड़गढ़ तक ही सीमित नहीं है, बल्कि महाराष्ट्र, गुजरात से लेकर मध्यप्रदेश समेत देश के अन्य राज्यों में भी इसकी भारी मांग है.चित्तौड़गढ़. जिस प्रकार जोधपुर की कचौड़ी अपने स्वाद को देशभर में खास पहचान (Marka sweets of Chittorgarh) रखती है, ठीक उसी प्रकार चित्तौड़गढ़ के मरके की महक अब महाराष्ट्र और गुजरात तक जा पहुंची है. #दीपावली पर इस मिठाई का धार्मिक दृष्टि से भी खासा (Maraka sweet made from rice) #महत्व है, क्योंकि धनतेरस पर चावल से मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है. वहीं, चित्तौड़गढ़ में मरके के रूप में चावल की मिठाई बनाने की परंपरा है, जो पिछले 100 सालों से चल रही है. धीरे-धीरे इस मिठाई की पहचान मुंबई, सूरत के साथ ही अब #मध्यप्रदेश से लगे इलाकों में भी तेजी बढ़ी है.#दीपावली पर इस मिठाई की विशेष मांग रहती है. यह मिठाई पूरी तरह से चावल से बनी होती है, लिहाजा इस मिठाई से ही मां लक्ष्मी की पूजा होने लगी, जो आज एक परंपरा का रूप धारण कर चुकी है. चित्तौड़गढ़ के गांधी चौक के निकट स्थित मिठाई गली में पिछले एक महीने से मरके की महक वहां से गुजरने वालों को मोह रही है. इधर, भारी मात्रा में बाहरी ऑर्डर मिलने से दुकानदार रात-दिन मिठाई बनाने में जुटे रहे.#चित्तौड़गढ़ में मरके से होती है मां लक्ष्मी की पूजामरका व्यवसाय से जुड़े योगेश पांड्या ने बताया कि 100 साल पहले शहर में किसी ने चावल की जगह मिठाई के रूप में मरके से मां लक्ष्मी की पूजा की थी, जो धीरे-धीरे यहां की परंपरा बन गई. वहीं, उन्होंने बताया कि यहां दो दर्जन से अधिक दुकानों पर दीपावली से पहले ही मरका बनाने का काम शुरू हो जाता है. इसे बनाने में केवल चावल और घी का इस्तेमाल होता है. ऐसे में इसमें मिलावट की भी आशंका नहीं रहती है.यही कारण है कि यहां दीपावली पर मां लक्ष्मी को भोग लगाने के लिए लोग मिठाई के रूप में मरके को अधिक पसंद करते हैं. आज इसकी मुंबई, सूरत, रतलाम, मंदसौर, उज्जैन, #भीलवाड़ा और #उदयपुर में भारी मात्रा में सप्लाई होती है. रमेश सिंह नाम के एक अन्य #दुकानदार ने बताया कि रात को #चावल के आटे को पानी में डाल दिया जाता है और उसे अगले दिन देसी घी में #टिकिया बनाकर फ्राई किया जाता है. इसके उपरांत उसे #शक्कर की #चासनी में डाला जाता है और फिर मरका बनकर तैयार होता है.#Vnita 🚩🪴🙏🙏🪴🚩दीप की रोशनी से रोशन हो जीवन आपका,सजे दुल्हन जैसा घर आपका,घर परिवार में खुशियों की बारिश हो।🚩🪴 *#वनिता #कासनियां #पंजाब*🪴🚩* दीपावली की ढेर सारी शुभकामनाएं* 🌹 *श्री राधे* 🌹*शुभ दीपावली*आपको और आपके परिवार को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाओॅ के साथ *“प्रकाश व प्रसन्नता के पर्व दीपावली पर बहुत बहुत मंगलकामनाए* *धन, वैभव, यश, ऐश्वर्य के साथ दीपावली पर माँ महालक्ष्मी आपकी सुख सम्पन्नता स्वास्थ्य व हर्षोल्लास में वृद्धि करें*, इन्हीं शुभेच्छाओं के साथ,,,🌹 *जय श्री राम* 🌹🌷🌷🙏🙏💥💥

वहीं, आज इस #मिठाई की मांग केवल चित्तौड़गढ़ तक ही सीमित नहीं है, बल्कि महाराष्ट्र, गुजरात से लेकर मध्यप्रदेश समेत देश के अन्य राज्यों में भी इसकी भारी मांग है. चित्तौड़गढ़. जिस प्रकार जोधपुर की कचौड़ी अपने स्वाद को देशभर में खास पहचान (Marka sweets of Chittorgarh) रखती है, ठीक उसी प्रकार चित्तौड़गढ़ के मरके की महक अब महाराष्ट्र और गुजरात तक जा पहुंची है. #दीपावली पर इस मिठाई का धार्मिक दृष्टि से भी खासा (Maraka sweet made from rice) #महत्व है, क्योंकि धनतेरस पर चावल से मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है. वहीं, चित्तौड़गढ़ में मरके के रूप में चावल की मिठाई बनाने की परंपरा है, जो पिछले 100 सालों से चल रही है. धीरे-धीरे इस मिठाई की पहचान मुंबई, सूरत के साथ ही अब #मध्यप्रदेश से लगे इलाकों में भी तेजी बढ़ी है. #दीपावली पर इस मिठाई की विशेष मांग रहती है. यह मिठाई पूरी तरह से चावल से बनी होती है, लिहाजा इस मिठाई से ही मां लक्ष्मी की पूजा होने लगी, जो आज एक परंपरा का रूप धारण कर चुकी है. चित्तौड़गढ़ के गांधी चौक के निकट स्थित मिठाई गली में पिछले एक महीने से मरके की महक वहां से गुजरने व...

#Happy_dipawli #दीपावली- दीपावली :-"#दीयों की रोशनी से #जगमगाता........#आंगन हो, #पटाखों की #रोशनी से जग मगाता #आसमान हो, ऐसी आये #झूम के ये........................#दीपावली, हर तरफ #खुशियां का #मौसम हो"..!!आप सभी को छोटी दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं.....|| ॐ नमो भगवते वासुदेवाय ||'दीपावली माने दीपो की वली परंपरा, घर को भीतर-बाहर से दीप प्रकाश से भरकर सकारात्मक उर्जा से भर देना, फिर भीतर भी ईश्वर को प्रकृति माता को अब तक जो भी सुविधा साधन पाया है और आगे पाएंगे उसका धन्यवाद देते यही प्रार्थना करना......🙏🙏#swamimadhurramjisatsang #sanatandharma #deepawali2022 #ShubhDeepawali #दीपावली #शुभदीपावली #deepawali

#Happy_dipawli  #दीपावली - दीपावली :- "#दीयों की रोशनी से #जगमगाता........#आंगन हो,  #पटाखों की #रोशनी से जग मगाता #आसमान हो,  ऐसी आये #झूम के ये........................#दीपावली,  हर तरफ #खुशियां का #मौसम हो"..!! आप सभी को छोटी दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं..... || ॐ नमो भगवते वासुदेवाय || 'दीपावली माने दीपो की वली परंपरा, घर को भीतर-बाहर से दीप प्रकाश से भरकर सकारात्मक उर्जा से भर देना, फिर भीतर भी ईश्वर को प्रकृति माता को अब तक जो भी सुविधा साधन पाया है और आगे पाएंगे उसका धन्यवाद देते यही प्रार्थना करना......🙏🙏 #swamimadhurramjisatsang #sanatandharma #deepawali2022 #ShubhDeepawali #दीपावली #शुभदीपावली #deepawali

नर्क चतुर्दशीदीपदान की विशेष प्रथा है, जो यमराज के लिए किया जाता है By वनिता कासनियां पंजाब PDF डाउनलोयह त्यौहार नरक चौदस व नर्क चतुर्दशी के नाम से भी प्रसिद्ध है। मान्यता है कि कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी के दिन प्रातःकाल तेल लगाकर अपामार्ग (चिचड़ी) की पत्तियाँ जल में डालकर स्नान करने से नरक से मुक्ति मिलती है। विधि-विधान से पूजा करने वाले व्यक्ति सभी पापों से मुक्त हो स्वर्ग को प्राप्त करते हैं।नर्क चतुर्दशी कृष्ण और सत्यभामा नरकासुर मर्दन करते हुए- चित्रांकनआधिकारिक नामनर्क चतुर्दशी व्रतअनुयायीहिन्दू, भारतीय, भारतीय प्रवासीप्रकार Hindu तिथि कार्तिक कृष्ण चतुर्दशीस ंध्या को दीपदान की प्रथा है जिसे यमराज के लिए किया जाता है। दीपावली को एक दिन का पर्व कहना न्योचित नहीं होगा। इस पर्व का जो महत्व और महात्मय है उस दृष्टि से भी यह बहुत महत्वपूर्ण पर्व व हिन्दुओं का त्यौहार है। यह पांच पर्वों की श्रृंखला के मध्य में रहने वाला त्यौहार है जैसे मंत्री समुदाय के बीच राजा। दीपावली से दो दिन पहले धन-त्रयोदशी (धनतेरस) फिर नरक चतुर्दशी (नरक चौदस) व छोटी दीपावली फिर दीपावली और गोवर्धन पूजा व बलि प्रतिपदा, भ्रातृ-द्वितीया (भाईदूज) ।परिदृश्यसंपादित करेंनरक चतुर्दशी को छोटी दीपावली भी कहते हैं। इसे छोटी दीपावली इसलिए कहा जाता है क्योंकि दीपावली से एक दिन पहले, रात के समय उसी प्रकार दीए की जगमगाहट से रात के तिमिर को प्रकाश पुंज से दूर भगा दिया जाता है जैसे दीपावली की रात को। इस रात दीए जलाने की प्रथा के संदर्भ में कई पौराणिक कथाएँ और लोकमान्यताएँ हैं। (एक कथा के अनुसार आज के दिन ही भगवान श्री कृष्ण ने अत्याचारी और दुराचारी नरकासुर का वध किया था और सोलह सहस्र एक सौ कन्याओं को नरकासुर के बंदी गृह से मुक्त कर उन्हें सम्मान प्रदान किया था। इस उपलक्ष में दीयों की बारत सजायी जाती है।)इस दिन के व्रत और पूजा के संदर्भ में एक अन्य कथा यह है कि रन्ति देव नामक एक पुण्यात्मा और धर्मात्मा राजा थे। उन्होंने अनजाने में भी कोई पाप नहीं किया था पर जब मृत्यु का समय आया तो उनके सामने यमदूत आ खड़े हुए। यमदूत को सामने देख राजा अचम्भित हुए और बोले मैंने तो कभी कोई पाप कर्म नहीं किया फिर आप लोग मुझे लेने क्यों आए हो क्योंकि आपके यहां आने का अर्थ है कि मुझे नर्क जाना होगा। आप मुझ पर कृपा करें और बताएं कि मेरे किस अपराध के कारण मुझे नरक जाना पड़ रहा है। पुण्यात्मा राजा की अनुनय भरी वाणी सुनकर यमदूत ने कहा हे राजन् एक बार आपके द्वार से एक भूखा ब्राह्मण लौट गया यह उसी पापकर्म का फल है।दूतों की इस प्रकार कहने पर राजा ने यमदूतों से कहा कि मैं आपसे विनती करता हूं कि मुझे वर्ष का और समय दे दे। यमदूतों ने राजा को एक वर्ष का समय दे दिया। राजा अपनी समस्या लेकर ऋषियों के पास पहुंचा और उन्हें सब वृतान्त कहकर उनसे पूछा कि कृपया इस पाप से मुक्ति का क्या उपाय है। ऋषि बोले हे राजन् आप कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी का व्रत करें और ब्रह्मणों को भोजन करवा कर उनसे अनके प्रति हुए अपने अपराधों के लिए क्षमा याचना करें।राजा ने वैसा ही किया जैसा ऋषियों ने उन्हें बताया। इस प्रकार राजा पाप मुक्त हुए और उन्हें विष्णु लोक में स्थान प्राप्त हुआ। उस दिन से पाप और नर्क से मुक्ति हेतु भूलोक में कार्तिक चतुर्दशी के दिन का व्रत प्रचलित है। इस दिन सूर्योदय से पूर्व उठकर तेल लगाकर और पानी में चिरचिरी के पत्ते डालकर उससे स्नान करने का बड़ा महात्मय है। स्नान के पश्चात विष्णु मंदिर और कृष्ण मंदिर में भगवान का दर्शन करना अत्यंत पुण्यदायक कहा गया है। इससे पाप कटता है और रूप सौन्दर्य की प्राप्ति होती है।कार्तिक कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को उपरोक्त कारणों से नरक चतुर्दशी, रूप चतुर्दशी और छोटी दीपावली के नाम से जाना जाता है। और इसके उपरान्त क्रमशः दीपावली, गोधन पूजा और भाई दूज (भ्रातृ-द्वितीया) मनायी जाती है।कथासंपादित करेंपौराणिक कथा है कि इसी दिन कृष्ण ने एक दैत्य नरकासुर का संहार किया था। सूर्योदय से पूर्व उठकर, स्नानादि से निपट कर यमराज का तर्पण करके तीन अंजलि जल अर्पित करने का विधान है। संध्या के समय दीपक जलाए जाते हैं।उद्देश्यसंपादित करेंइस त्योहार को मनाने का मुख्य उद्देश्य घर में उजाला और घर के हर कोने को प्रकाशित करना है। कहा जाता है कि दीपावली के दिन भगवान श्री राम चन्द्र जी चौदह वर्ष का वनवास पूरा कर अयोध्या आये थे तब अयोध्या वासियों ने अपने हर्ष के दीयें जलाकर उत्सव मनाया व भगवान श्री रामचन्द्र माता जानकी व लक्ष्मण का स्वागत किया।

🚩🪴दीपावली🪴🚩 नर्क चतुर्दशी दीपदान की विशेष प्रथा है, जो यमराज के लिए किया जाता है By वनिता कासनियां पंजाब यह त्यौहार  नरक चौदस  व  नर्क चतुर्दशी  के नाम से भी प्रसिद्ध है। मान्यता है कि कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी के दिन प्रातःकाल तेल लगाकर अपामार्ग (चिचड़ी) की पत्तियाँ जल में डालकर स्नान करने से नरक से मुक्ति मिलती है। विधि-विधान से पूजा करने वाले व्यक्ति सभी पापों से मुक्त हो स्वर्ग को प्राप्त करते हैं। नर्क चतुर्दशी कृष्ण  और  सत्यभामा  नरकासुर मर्दन करते हुए- चित्रांकन आधिकारिक नाम नर्क चतुर्दशी व्रत अनुयायी हिन्दू , भारतीय, भारतीय प्रवासी प्रकार Hindu तिथि कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी संध्या को दीपदान की प्रथा है जिसे यमराज के लिए किया जाता है। दीपावली को एक दिन का पर्व कहना न्योचित नहीं होगा। इस पर्व का जो महत्व और महात्मय है उस दृष्टि से भी यह बहुत महत्वपूर्ण पर्व व हिन्दुओं का त्यौहार है। यह पांच पर्वों की श्रृंखला के मध्य में रहने वाला त्यौहार है जैसे मंत्री समुदाय के बीच राजा। दीपावली से दो दिन पहले धन-त्रयोदशी (धनतेरस) फिर नरक चतुर...